नमस्कार दोस्तों आपने भी कभी न कभी किसी मशीनी उपकरण या Work Place के अच्छे रखरखाव और सुरक्षित रखने के लिए 5s की पद्धति के बारे में जरूर सुना होगा। लेकिन बहुत सारे लोगो को 5S क्या है इसके बारे में जानकारी नहीं होगी।
तो आपके लिए यह पोस्ट काफी महत्वपूर्ण साबित होने वाली है क्योकि आज की इस पोस्ट में 5s का मतलब क्या होता है और इसके क्या फायदे है, इसके बारे में विस्तार से बताने वाले है तो इस पोस्ट को शुरू से अंत तक जरूर पढ़े।
विषयसूची
5s Full Form
तो दोस्तों सबसे पहले जान लेते ही की 5s का फुल फॉर्म क्या होता है। जैसा की नाम से ही पता चल रहा है की इसमें कुल पांच S है जिसमे पाँचो S का अलग-अलग फुल फॉर्म है। पहले S का फुल फॉर्म Sort, दूसरे S का फुल फॉर्म Set in order, तीसरे S का फुल फॉर्म Shine, चौथे S का फुल फॉर्म Standardize और पाँचवे S का फुल फॉर्म Sustain होता है।
- 1st S – Sort
- 2nd S – Set in order
- 3rd S – Shine
- 4th S – Standardize
- 5th S – Sustain
- 5s – Sort, Set in order, Shine, Standardize, Sustain
5s Full Form in Hindi (What is 5s in Hindi)
तो दोस्तों 5s कितने प्रकार के होते हैं और 5s के फुल फॉर्म के बारे में अच्छे से समझ में आ गया होगा तो चलिए अब जान लेते है की 5s Meaning in Hindi क्या होता है। 5s में Sort का हिंदी में अर्थ ‘छांटना’, Set in order का हिंदी में अर्थ ‘क्रम में स्थापित करना’, Shine का अर्थ ‘चमकाना’, Standardize का अर्थ ‘मानकीकृत करना’ और Sustain का हिंदी में अर्थ ‘कायम रखना’ होता है।
- 1st S – Sort – छांटना/क्रम से लगाना
- 2nd S – Set in order – क्रम में स्थापित करना
- 3rd S – Shine – चमकाना
- 4th S – Standardize – मानकीकृत करना/मानकीकरण करना
- 5th S – Sustain – कायम रखना/बनाए रखना
तो दोस्तों अब आप लोगो को 5s Full Form Hindi के बारे में अच्छे से समझ में आ गया होगा तो चलिए अब जान लेते है की 5s क्या होता है।
5S क्या है
दोस्तों 5s एक जापान के द्वारा प्रारम्भ की गई कार्य योजना/विचारधारा है। जिसकी सहायता से वर्कर और मैनेजमेंट मिलकर कार्य स्थल व मशीन उपकरण को सुरक्षित किया जाता है उसे ही 5s कहा जाता है। दोस्तों इसको हम सरल भाषा में समझे तो कोई फैक्ट्री है जिसमे किसी भी उपकरण को आवश्यक जगह पर रखना व मैनेजमेंट के द्वारा कार्य करने के लिए 5s के चरणों को फॉलो किया जाता है उसे ही 5s कहते है।
इसमें किसी भी कार्य को करते वक्त 5s को फॉलो किया जाता है जो निम्न प्रकार है क्रमबद्ध करना, क्रम में स्थापित करना, चमकाना, मानकीकरण करना और बनाए रखना होता है।
5s का इतिहास
दोस्तों 5s को सर्वप्रथम 1980 में एक जापान की कम्पनी टोयोटा ने उपयोग में लिया था यह एक मैन्युफैक्चरिंग कम्पनी थी। सर्वप्रथम इसे डोयोटा सिस्टम का दिया था लेकिन फिर यह 5s के नाम से प्रचलित हुई। 5s का प्रयोग Service Industry में 1990 में प्रारम्भ हुआ था।
5s का उपयोग किसी भी कम्पनी में करने से उस कम्पनी का वर्किंग एनवायरनमेंट अच्छा हो जाता है। इसमें कम्पनी का छोटे से छोटा वर्कर से लेकर कम्पनी का मालिक तक भाग लेता है। जिससे की कम्पनी का कार्यक्षेत्र अच्छा हो सके।
1st S – Sort – छांटना
अगर आप भी 5s का उपयोग करना चाहते हो तो आपको 1st 5s में निम्न बातो का ध्यान रखना होगा।
- इसमें उन वस्तुओ को छांटना होता है जिनकी हमें जरूरत होती है।
- जिन वस्तुओ की जरूरत है उन वस्तुओ को अलग कर दे तथा जिन वस्तुओ की अभी जरूरत नहीं है उन्हें अलग कर दे।
- अपने आस पास नजर डालें जो वस्तु काम में नही आ रही है उसे वहा से हटा दे और जगह को खाली कर दे।
- उन वस्तुओ को नहीं खरीदे जिनकी आपको अभी जरूरत नहीं है क्योकि वे वस्तुए अनावश्यक जगह को घेरती है।
- वस्तुओ को हमेशा छांटकर एक सूची के रूप में रखे। जिससे की जिस वस्तु की आवश्यकता हो उस वस्तु को
- अपने पास जितना स्थान उपलब्ध है उसके अनुसार ही वस्तुओं को रखे।
- जो स्थान उपलब्ध है उसका उपयोग सही तरीके से करे और उपयोगी सामग्री को प्राथमिकता दें।
2nd S – Set in order – क्रम में स्थापित करना
- हमारे पास जो भी वस्तुएं है उनका क्रम निर्धारित करें।
- क्रम निर्धारित करने से आप वस्तुओ को उपलब्ध स्थान के अंदर सही से रख सकते हो।
- सभी वस्तुओं की जगह फिक्स होनी चाहिए जिससे की वस्तुओं का पता आसानी से चल सके और किसी वस्तु की कमी होने पर उसकी पूर्ति फिर से कर सकते है।
- वस्तुओ को क्रम में रखने से कोई भी वस्तू आसानी से मिल सकती है क्योंकि वस्तुओ का स्थान तो हमने पहले से ही निर्धारण किया हुआ है।
- वस्तुओं को साइज के अनुसार स्थापित करें और बड़ी वस्तुएं अगल व छोटी वस्तुएँ अलग-अलग रखे जिससे की इनका उपयोग करते समय आसानी होती है।
3rd S – Shine – चमकाना/सफाई
- अपने कार्यस्थल पर सफाई का बहुत ही बड़ा रोल होता है।
- अपने पास जो वस्तुएं है या फिर जो भी मशीनी उपकरण है उनकी सफाई बहुत जरुरी होती है क्योकि सफाई नहीं करने से मशीनी उपकरण जल्दी खराब हो जाते है।
- सफाई करते वक्त मशीनी उपकरणों में खराबी का पता चल जाता है और अगर किसी पाइप में कोई लीकेज है तो उसका भी पता चला जाता है और उसकी तुरंत मरम्मत की जा सकती है।
- वस्तुओं की सफाई से वस्तुएं अच्छी दिखती है।
- सफाई करते वक्त बहुत सारी अनावश्यक वस्तुएं हाथ में आती है जिनको हम वहाँ से हटा सकते है और उस जगह को खाली कर सकते है।
- बहुत सारे लोग कोई मशीनी उपकरण को खराब होने पर ही सफाई करते है इसलिए एक फिस्स समय निर्धारित करना चाहिए जिससे की कोई भी खराबी के बारे में पता चल सके।
- हर कर्मचारी को इसमें अपनी जिम्मेदारी स्वयं निभानी चाहिए।
- किसी भी प्रोब्लम को तुरंत ठीक करना चाहिए।
4th S – Standardize – मानकीकृत करना/मानकीकरण करना
इसमें आपको पहले के 3s प्लान को सफलता पूर्वक लागु करना होगा और इनकी क्रियाओं के बारे में नोटिस करना होता है। जो भी नियम है उनका हर कर्मचारी के द्वारा पूर्ण रूप से फॉलो करना होता है। समय-समय पर यह चैक करना होता है की प्रथम 3s का सही पालन हो रहा है या नहीं?
अपने कार्यस्थल को लेकर अच्छे-अच्छे मापदंडो को प्रयोग करे और यह प्रयत्न करे की इसे और अच्छा किस प्रकार से बना सकते है। यदि आप अपने कार्यस्थल को लेकर कोई लापरवाही करते है या अच्छी देखभाल नहीं करते हो तो आपका कार्यस्थल अव्यवस्थित हो जाएगा।
हम अपने कार्यस्थल पर पुरे दिन में कुल 8 घंटे से 10 घंटे का समय निभाते है इस समय में हम अपने आप को कितना सुरक्षित रखते है और अपनी सुरक्षा के लिए क्या प्रयास करते है, इससे हम अपने कार्यस्थल पर कार्य भी सही कर सकते है और इसकी सफाई का भी ध्यान रख सकते है। और इससे अपने भविष्य को भी सुरक्षित रख सकते हो।
कार्यस्थल पर हर प्रतिक्रिया को लगातार करना चाहिए और इन प्रतिक्रिया में निरंतर बदलाव करने चाहिए है जिससे की नहीं टेक्नोलॉजी का उपयोग कर सके।
5th S – Sustain – कायम रखना/स्व-अनुशासन
किसी भी कार्य स्थल पर अनुशासन की बहुत बड़ी भूमिका होती है और प्रत्येक कर्मचारी को स्व-अनुशासन रखना होता है बिना स्व-अनुशासन के किसी भी कार्य को पूर्ण नहीं कर सकते हो और इससे अनेक बाधाओं का भी सामना करना पढ़ता है।
कार्यस्थल पर सभी कार्य को समय पर पूर्ण करना होता है और कार्य करते समय, समय का भी पूरा ध्यान रखना होता है। सभी कर्मचारी आपस में मिलकर कार्य को करे। टीमवर्क से कोई भी कार्य जल्दी पूर्ण हो जाता है और किसी समस्या का समाधान भी आसानी से मिल सकता है।
प्रथम 4s का पूर्ण रूप से पालन करे और इन्हे अपने कार्यस्थल पर कायम रखे।
5 S को लागु करने के तरीके
दोस्तों आपको 5S क्या है इसके बारे में तो अच्छे से समझ में आ गया होगा अब जानते है की 5S को किस प्रकार से लागु करते है।
- 5S को लागु करने के लिए सबसे पहले 5S प्रणाली को समझना होगा।
- 5S की एक-एक स्टेप को फॉलो करते हुए इसको लागु करना होगा।
- 5S में आपको सभी चीजों को एक नोट बुक में व्यवस्थित रिकॉर्ड रखना होगा और इस रिकॉर्ड को ध्यान में रखकर ही 5S को लागु करना होगा।
- समय-समय पर वस्तुओ का बदलाव करना जरुरी है और 5S में आवश्यक वस्तुओ पर अधिक ध्यान देना होगा। जिससे की 5S लाभदायक साबित हो सके।
- 5S में जो नियम है उन्हें कर्मचारियों के द्वारा सही से फॉलो करना होगा।
5S के फायदे
- 5S Method को फॉलो करने से Quality Improve होती है।
- समय के अनुसार कार्य चलते है और आवश्यक बदलाव होते रहते है।
- लोगो की जरूरत आसानी से पूर्ण होती है।
- कर्मचारियों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रहता है।
- कार्य के Level अच्छा रहता है।
- कार्यस्थल पर अनावश्यक वस्तुएँ नहीं दिखाई देती है।
- किसी भी सामान की कमी होने पर आसानी से पता चल जाता है।
- फालतू का समय नहीं बिगड़ता है और समय की बचत होती है।
- उत्पादन की गुणवत्ता में वृद्धि होती है।
FAQs
5S का मतलब क्या होता है?
5S एक ऐसा तरीका है जिसके माध्यम से Workplace Management किया जाता है। 5S में कुल 5S होते है और इन पाँचो S का अलग-अलग मतलब होता है। 5S से Workplace में इम्प्रूवमेंट बढ़ता है। यह एक जापानी प्रणाली है जिसको वहाँ के लोगो के द्वारा कार्यस्थल पर प्रयोग में लिया जाता है।
5S के 5 चरण क्या हैं?
5S के पाँचो चरण निम्नलिखित है –
1st S – Sort – छांटना/क्रम से लगाना
2nd S – Set in order – क्रम में स्थापित करना
3rd S – Shine – चमकाना
4th S – Standardize – मानकीकृत करना/मानकीकरण करना
5th S – Sustain – कायम रखना/बनाए रखना
5s सिस्टम का क्या लाभ है?
5s सिस्टम से Workplace में अनेक लाभ होते है जिसमे उत्पादन की गुणवत्ता में वृद्धि होती है, कर्मचारियों की सुरक्षा रहती है, Quality Improve होती है, समय की बचत होती है और कार्यस्थल की जगह का सही से उपयोग होता है व अनावश्यक वस्तुओं का भंडार नहीं रहता है।
5S के 5 सिद्धांत क्या हैं?
5S System एक जापानी Workplace Management प्रक्रिया है। इसमें पाँचो S के शब्द Sort, Set in order, Shine or, Standardize, Sustain है। जब 5S को Workplace पर लागु किया किया जाता है 5S के सिद्धांत को ध्यान में रखा जाता है।
Conclusion
दोस्तों उम्मीद करता हूँ 5S क्या है? या 5s Hindi में फुल फॉर्म क्या होता है इसके बारे में आपको अच्छे से समझ में आ गया होगा, यदि 5S से रिलेटेड आपके मन में कोई सवाल हैं तो हमें कमेंट करके जरूर बताये जिससे हम आपके सवाल का जवाब दे सके।
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