दोस्तों यदि आप कम्युनिकेशन के बारे में विस्तृत रूप से जानना चाहते है तो एकदम सही जगह पर आये है। आज की इस पोस्ट में हम आपको Communication क्या है, इसके बारे में जानकारी प्रदान करने वाले है।
सबसे पहले यदि हम कम्युनिकेशन का हिंदी अर्थ जाने तो यह जन-संचार अर्थात बातचीत से है। सामन्यतः जनसंचार कई प्रकार के होते है। आज के इस युग में टेक्नोलॉजी की सहायता से किसी भी प्रकार की सुचना को एक जगह से दूसरी जगह तक कुछ ही सेकण्ड्स में पहुंचाया जा सकता है।
इस पोस्ट में हम आपको कम्युनिकेशन के आम व्यक्ति से लेकर टेक्नोलॉजी तक इसके कितने प्रकार होते है, के बारे में विस्तार से जानकारी देने वाले है। यदि आप कम्युनिकेशन की बेस्ट Skills कौन-कौनसी है, इसके बारे में विस्तार से जानना चाहते है तो इस पोस्ट को शुरू से लेकर अंत तक जरूर पढ़े।
विषयसूची
कम्युनिकेशन क्या है
जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी का दौर बढ़ा है, वैसे-वैसे कम्युनिकेशन के तरीको में भी वृद्धि हुई है। कम्युनिकेशन का हिंदी में अर्थ होता है -संचार अथवा सम्प्रेषण। इसकी उत्पति लेटिन भाषा शब्द कम्युनिस्ट से हुई है, जिसका हिंदी में अर्थ संवाद होता है।
यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके अंतर्गत हम अपने विचारो और भावनाओ का आदान-प्रदान करते है अर्थात सुचना को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक अथवा एक समूह से दूसरे समूह तक पंहुचा सकते है।
आधुनिक युग में कोई भी व्यक्ति अपने विचारो और भावनाओ को एक स्थान से दूसरे स्थान तक टेक्नोलॉजी के माध्यम से बहुत ही कम समय में आसानी से शेयर कर सकता है। टेक्नोलॉजी में कम्युनिकेशन में 5 चीजे महत्वपूर्ण होती है, जो कि निम्न है –
1 .Message – संदेश वह सुचना होती है, जिसे Sender द्वारा भेजा जाता है।
2. Sender – Sender वो होता है, जिसके द्वारा संदेश को Create किया जाता है।
3. Medium– माध्यम वह होता है जो संदेश को receiver तक पहुँचाता है।
4. Receiver – receiver वह होता है, जो संदेश को प्राप्त करता है अर्थात Read करता है।
5. Protocol – यह Data के कम्युनिकेशन को कण्ट्रोल करता है।
उपरोक्त चीजें मिलकर आज की टेक्निकल कम्युनिकेशन को आसान बनाती हैं। और यह एक ऐसी स्किल हैं जिसका आज के समय में लोग आमने सामने की बजाय सोशल मीडिया पर ज्यादा इस्तेमाल करते हैं।
Communication की विभिन्न परिभाषा
दोस्तों Communication को अब हम दो तरीको से समझने की कोशिश करते हैं। जिसमें पहला तरीका ऑक्सफ़ोर्ड की डिक्शनरी के अनुसार तथा दूसरा सामान्य बोलचाल की भाषा में इसे क्या कहते हैं उसके बारे में जानेंगे।
1. ऑक्सफ़ोर्ड डिक्शनरी के अनुसार
ऑक्सफ़ोर्ड डिक्शनरी के अनुसार विचारों, जानकारी, इत्यादि का परिचय किसी ओर तक पहुँचाना या बाँटना, चाहे वह लिखित हो, मौखिक हो या सांकेतिक हो, सम्प्रेषण कहलाता है। तो चलिए अब हम सामान्य शब्दों में इसका मतलब जानने की कोशिश करते हैं।
2. सामान्य शब्दों में परिभाषा
किसी व्यक्ति द्वारा दूसरे व्यक्ति तक अर्थ पूर्ण अपने अनुभवों, विचारो, भावनाओ, संदेशो, दृष्टिकोण, मत, सूचनात्मक ज्ञान, तथ्यो, आंकड़ों, चित्रों के साथ-साथ अपनी हाव-भाव का जो आदान-प्रदान किया जाता है, उसे सुचना कहते है। इसी सुचना का आदान-प्रदान को सम्प्रेषण कहा जाता है।
तो दोस्तों इससे भी आसान भाषा में समझे तो हम किसी भी सन्दर्भ में किसी से बात करते हैं उसे Communication कहते हैं। उम्मीद हैं अब आपको सम्प्रषेण के बारे में समझ में आ गया होगा तो चलिए अब हम टेक्निकल क्षेत्र में इसके प्रकारों के बारे में जान लेते हैं।
Communication Types | कम्युनिकेशन के प्रकार
आपके मन में यह प्रश्न जरूर उठ रहा होगा कि कम्युनिकेशन कितने प्रकार के होते है,आपकी जानकारी के लिए बता दे कि कम्युनिकेशन कई प्रकार के होते है, जिसमे से टेक्नोलॉजी के आधार पर कम्युनिकेशन मुख्यतः 3 प्रकार के होते है, जो की निम्न है –
- Simplex Communication
- Half Duplex Communication
- Full Duplex Communication
1. Simplex Communication
Simplex का अर्थ है कि डाटा केवल एक दिशा में ही ट्रांसमिट होगा अर्थात Sender केवल डाटा को ट्रांसमिट ही कर सकता है परन्तु रिसीव नहीं कर सकता।
Simplex Mode में, कम्युनिकेशन Undirectional अर्थात दिशाहीन होता है, जैसा कि undirectional सड़क पर है। एक Link पर दो Devices में से केवल एक ही Transmission कर सकता है, दूसरा केवल Receive कर सकता है।
उदाहरण –
- आप कीबोर्ड की सहायता से Data को स्क्रीन तक भेज सकते है, लेकिन स्क्रीन से Data को कीबोर्ड में नहीं भेज सकते है।
- CPU से मॉनिटर में प्रवेशित Data को वापस CPU में नहीं डाला जा सकता है।
- TV से प्राप्त सूचनाओं को केवल हम देख सकते है, अर्थात TV में अतिरिक्त सुचना भेज नहीं सकते है।
- रेडियो के माध्यम से केवल आप समाचार सुन सकते है, न कि इसमें किसी भी प्रकार की सुचना भेज सकते है।
तो दोस्तों यह तो हो गया Simplex Communication और तो चलिए अब हम सम्प्रेषण के दूसरे प्रकार के बारे में जानने की कोशिश करते हैं।
2. Half Duplex Communication
Half Duplex Mode में, प्रत्येक Station Transmit और Receive कर सकता है, लेकिन एक ही समय में नहीं। जब एक Data भेज रहा है, तो दूसरा केवल Receive कर सकता है और जब एक Receive कर रहा है, तो दूसरा केवल Send कर सकता है।
Half Duplex Mode का उपयोग उन Cases में किया जाता है जहां एक ही समय में दोनों Directions में Communication की आवश्यकता नहीं होती है।
उदाहरण –
- वाकी-टॉकी जिसमे Message एक बार भेजा जाता है और Message दोनों Directions में भेजे जाते है।
- मोबाइल पर बात करते समय एक ही व्यक्ति बोल सकता है और दूसरा केवल सुन सकता है या दूसरा बोलता है तो पहला व्यक्ति केवल सुन सकता है।
3. Full Duplex Communication
इस Mode में डाटा एक ही समय में Send एवं Receive दोनों किया जा सकता है अर्थात डाटा ट्रांसमिशन दोनों Directions में होता है।
उदाहरण के लिए टेलीफोन, मोबाइल, सोशल मीडिया, व्हाट्सप्प इत्यादि।
ऊपर हमने टेक्नोलॉजी के जरिये Communication के तरीको के बारे में जानकारी प्राप्त की।अब हम व्यक्तिगत रूप से की जाने वाली Communication Skills के बारे में जानते है।
Communication Skills कैसे Improve करें
दोस्तों टेक्निकल क्षेत्र में कम्युनिकेशन की होती हैं और इसके प्रकार तो आपको समझ में आ गए होंगे, लेकिन ऊपर हमने बताया की Communication का मतलब अपने विचारो का आदान-प्रदान करना होता हैं और यह मनुष्यों की एक स्किल होती हैं।
तो चलिए अब हम इस स्किल को व्यक्तिगत रूप से कैसे बेहतरीन या फिर Improve कर सकते हैं इसके बारे में जान लेते हैं। जिससे जब भी आप किसी से बात करें तो सामने वाला आपकी बात को सुनने की इच्छा जाहिर करें।
इस skill को सुधारने या फिर बेहतरीन बनाने के लिए हम यहाँ पर 5 बेहतरीन तरीके बताने वाले हैं, यदि आप इन तरीको को फॉलो करते हैं तो आपकी संवाद करने की स्किल काफी बेहतरीन हो सकती हैं।
1. समझे
इस तरीके के अंतर्गत आपको अपने बातचीत का लेवल जांचना होगा कि आपको किस प्रकार के Level वाले व्यक्ति से बात करनी है और किस प्रकार अपनी बात को व्यक्त करना है। जैसे जब आप किसी से बात करते है तो सामने वाला व्यक्ति आपका Senior है या आपका Junior है अथवा आपके Level का है।
इस प्रकार अलग-अलग Level के व्यक्ति के सामने आप अपने बात के तरीके को अलग-अलग रूप से पेश करें। अपनी बात को किसी भी Topic से सम्बन्धित Step By Step कहने का प्रयास करें। साथ ही सामने वाले की बात को Interest पूर्वक जरूर सुने और उसे समझने का प्रयास करें।
2. सामने वाले के Mindset को समझने का प्रयास करें
आपके बात करने से पूर्व यह समझना बहुत जरुरी हो जाता है कि सामने वाले का Mindset क्या है अर्थात वह किस प्रकार की बातचीत में ज्यादा Interest ले रहा है। यदि आप सामने वाला के Mindset को बिना समझे उससे कितने ही Perfect तरीके से अपनी बात को पेश करने की कोशिश कर रहे होंगे लेकिन वह आपकी बातों से Boring होने लगेगा।
इसलिए पहले उसके माइंड सेट को समझे और फिर उसे जिस प्रकार की बातों में इंट्रेस्ट हो उसी प्रकार की बात कीजिये जिससे वह आपकी बात को और भी ज्यादा ध्यान से सुनेगा।
3. भाषण देने की कोशिश कीजिए
आप रोजाना किसी भी Topic को पढ़िए, उसके बाद आपके पढ़े हुए उस Topic को बिना देखे अपने तरीके से दोहराने की कोशिश कीजिये। यदि आप ऐसा करने में सक्षम हो जाते है तो एक दिन आप किसी भी मंच पर जाकर वक्ता के रूप में लोगो के सामने भाषण दे सकते है।
और कम्युनिकेशन को बेहतर करने का यह सबसे कारगर तरीका हैं, यदि आप ज्यादा लोगों के सामने अपनी बात को रखने में सक्षम हो जाते हैं तो इससे आपका Confidance बढ़ेगा और फिर आप किसी भी इंसान से अच्छे से बात कर पाओगे और उसे इम्रेस कर पाओगे।
4. अपनी Knowledge को Update करते रहिये
थोड़ा-थोड़ा हर चीज के बारे में जानकारी होना जरुरी हैं और इसके लिए रोजाना Newspaper जरूर पढ़े। साथ ही कुछ बेहतरीन BOOK को पढ़कर आप अपने ज्ञान को बढ़ा सकते है। साथ ही जिस Topic के बारे में आपको जानकारी नहीं है, उसे Internet पर Search करके पढ़ने की कोशिश करें। इस प्रकार एक अच्छी Knowledge के माध्यम से आप अपनी Communication Skill को Develop कर सकते है।
5. सामने वाले को Compliment दीजिये
शायद मेरे ख्याल से ऐसा कोई व्यक्ति नहीं होगा जो अपनी तारीफ नहीं सुनना चाहता हो। आपके द्वारा सामने वाले के लिए की जा रही तारीफ वास्तविक होनी चाहिए अर्थात सच्ची होनी चाहिए, जिससे उसे लगे कि वास्तव में आप उसकी तारीफ कर रहे है। यदि आप सच्चे दिल से उसकी तारीफ नहीं करेंगे तो उसे पता चल जायेगा कि आप उसकी झूठी तारीफ कर रहे है।
सामने वाले की तारीफ करने के लिए उस व्यक्ति की Quality के बारे में ज्यादा बात करें। क्योंकि आज हर एक व्यक्ति में Quality छुपी हुई होती है। इस प्रकार आप उसकी तारीफ करके उसके दिल को जीत सकते है और अपनी उसके दिल में एक अलग पहचान छोड़ सकते है।
तो दोस्तों उपरोक्त पॉइंट्स को आप अपने जीवन में उतार कर अपनी कम्युनिकेशन स्किल्स को बेहतरीन कर सकते हैं और लोगों को काफी इम्प्रेस कर सकते हैं।
FAQs : कम्युनिकेशन क्या है
कम्युनिकेशन के कितने स्टेप होते हैं?
कम्युनिकेशन के पांच स्टेप होते है – विचार निर्माण, कूटलेखन, माध्यम चयन, विकूटीकरण और प्रतिपुष्टि होते हैं।
कम्युनिकेशन का दूसरा नाम क्या है?
कम्युनिकाशन का हिंदी में मतलब संचार से है अर्थात आदान-प्रदान की प्रक्रिया।
Conclusion :-
उम्मीद करते है कि इस पोस्ट को पूरा पढ़ने के बाद कम्युनिकेशन क्या है, इसके बारे में अच्छे से जान गए होंगे। यदि आपको कम्युनिकेशन स्किल्स पोस्ट से संबंधित किसी भी प्रकार का डाउट हो तो कमेंट करके जरूर बताये। साथ ही इस पोस्ट को सोशल मीडिया के जरिये अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।