आज की पोस्ट में हम DM का Full Form क्या होता हैं (DM Full Form in Hindi) जानने वाले हैं। कई लोग सरकारी नौकरी की तैयारी करते हैं, उनका सपना होता हैं की आगे जाकर वे DM बने लेकिन DM क्या हैं? इसके बारे में उन्हें जानकारी नहीं होती हैं,
इसलिए सबसे पहले अगर आप DM बनना चाहते हैं तो डीएम के बारे में आपको जानकारी होना जरुरी हैं। DM सबसे सम्मानित और जिले में सबसे बड़े पदों में से एक हैं। जिसे सरकार द्वारा हर जिले में देखभाल करने के लिए नियुक्त किया जाता हैं।
आज की पोस्ट में हम इसके बारे में विस्तार से जानने वाले हैं की DM क्या हैं?, DM का Full form क्या होता हैं?, DM के अधिकार क्या हैं और DM कैसे बने इसलिए पोस्ट को पूरी अंत तक ध्यान पूर्वक पढ़े।
Contents
- 1 DM का full form क्या होता है?
- 2 DM Full Form in Hindi- डीएम का पूरा नाम क्या हैं?
- 3 DM के अन्य Full Form
- 4 DM क्या हैं? (What is DM in Hindi)
- 5 DM के अधिकार/कार्य क्या होते हैं?
- 6 DM कैसे बने? How to Become District Magistrate
- 7 DM बनने के लिए कौन-कौन से Exam देने पड़ते हैं?
- 8 DM बनने के लिए योग्यताएँ
- 9 DM की सैलेरी (Salary of DM in Hindi)
DM का full form क्या होता है?
DM का Full Form- District Magistrate होता हैं। DM किसी भी जिले का सबसे अधिक Powerful पदाधिकारी होता हैं। जिस पर जिले की कानून व्यवस्था बनाये रखने की सारी जिम्मेदारी होती हैं।
DM Full Form= District Magistrate
DM Full Form in Hindi- डीएम का पूरा नाम क्या हैं?
डीएम का पूरा नाम District Magistrate होता हैं जिसे हिंदी में जिला मजिस्ट्रेट/ जिलाधीश कहते हैं। और इसे जिला दंडनायक के नाम से भी जाना जाता हैं।
DM के अन्य Full Form
वैसे तो DM बोलने का सीधा अर्थ होता हैं डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट, लेकिन DM का सिर्फ एक Full फॉर्म नहीं होता हैं। डीएम के अलग-अलग जगह पर अलग-अलग फुल फॉर्म होते हैं। जैसे की निचे DM के अन्य Full Forms की List दी गई हैं।
- Devices Manager
- Dual Mode
- Direct Mail
- Digital Media
- Document Management
- Direct Marketing
- Development Manager
- Disease Management
- Displayed Message
- Diamond Mine
- District Magistrate
DM क्या हैं? (What is DM in Hindi)
DM किसी जिले का सबसे बड़ा पदाधिकारी होता हैं जो की सबसे अधिक सम्मानित पद होता हैं। जिसे भारत सरकार द्वारा हर जिले में नियुक्त किया जाता हैं और इस पर जिले की सभी जिम्मेदारियां होती हैं। डीएम का जिले के साथ-साथ जिले के सभी पदाधिकारियों पर भी अधिकार होता हैं।
DM का जिले का मुखिया भी कहा जाता हैं, इसके साथ ही डीएम को सरकार द्वारा घर, गाड़ी समेत कई सारी सेवाएं प्रदान की जाती हैं।
सबसे महत्वपूर्ण बात तो यह हैं की यह पद किसी को भी डायरेक्ट नहीं मिलता हैं, इसके लिए आपको सबसे पहले IAS की परीक्षा पास करके IAS Officer बनना होता हैं, इसके बाद कुछ परमोशन होने पर DM का पद मिलता हैं।
DM के अधिकार/कार्य क्या होते हैं?
एक DM जो जिले का सबसे कार्यकारी, प्रशासनिक और राजस्व अधिकारी होता हैं। जिसपर जिले की बहुत सारी जिम्मेदारियां होती हैं, जो निन्मलिखित हैं –
- जिले में कानून व्यवस्था को बनाये रखना।
- पुलिस और जिलों का निरिक्षण करना।
- अधीनस्थ कार्यकारी मजिस्ट्रेटों पर निरिक्षण रखना।
- जिले की अपराध रिपोर्ट बनाकर सरकार को देना।
- सभी कामो की समय-समय पर मंडल आयुक्त को जानकारी देते रहना।
- जिले में राजस्व प्रशासन, कानून व्यवस्था तथा अन्य सरकरी कार्यों की समीक्षा करना।
- Arm Act के तहत हतियार देने का कार्य।
- हिंसा से निपटने के लिए Management का कार्य करना।
- प्राकृतिक आपदाओं के समय सहायता के लिए टीम तैयार करना।
और सिर्फ Dm का कार्य इतने में ही सिमित नहीं होता हैं, ये सभी कार्य तो सामान्यतया सभी DM को करने होते हैं, लेकिन जिले में किसी प्रकार की आपातकालीन स्तिथि आने पर इनके कार्य बढ़ जाते हैं।
DM कैसे बने? How to Become District Magistrate
अब तक हमने DM के बारे में कुछ सामान्य जानकारियां जानी, लेकिन अब बात आती हैं की अगर आपको DM बनना हैं तो कैसे बन सकते हैं मतलब इसके लिए आपको क्या करना होगा।
क्योंकिं आजकल हर व्यक्ति का सपना होता हैं की वह बड़ा अधिकार बने, जिसमे DM का पद भी शामिल होता हैं। यह सपना देखना जितना आसान हैं, DM बनना उतना आसान नहीं हैं। क्योंकिं इसके लिए आपको CSE जैसी कठिन परीक्षा का सामना करना पड़ता हैं।
DM बनने के लिए कौन-कौन से Exam देने पड़ते हैं?
जैसा की हम आपको पहले ही बता चुके हैं की आप Direct DM नहीं बन सकते हैं, इसके लिए आपको सबसे पहले UPSE द्वारा आयोजित CSE (सिविल सर्विसेज एग्जाम) देना होता हैं। जिसमे पास होने के बाद आप एक IAS Officer बनते हैं।
यह परीक्षा तीन स्तर पर होती हैं:-
- प्रारम्भिक एग्जाम(Primary Exam)
- मुख्य एग्जाम (Main Exam)
- साक्षात्कार (Interview)
अगर इन तीनो एग्जाम को पास कर लेते हैं तो आप आईएएस अफसर बनते हैं, इसके बाद एक दो Permotion के बाद आप DM बनते हैं।
DM बनने के लिए योग्यताएँ
अगर आप डीएम बनना चाहते हैं, तो उसके लिए आपके पास निम्नलिखित योग्यताएं होना जरुरी हैं
1 आयु सिमा (Age Limit For Becoming District Magistrate)
- General Category वालो की उम्र सिमा 21 से 32 वर्ष के बिच होना चाहिए।
- OBC के लिए उम्र सीमा 21 से 37 वर्ष के बिच होनी चाहिए।
- SC/ST के लिए उम्र सीमा 21 से 37 के बिच होनी चाहिए।
2. Education (शिक्षा)
DM बनने के लिए आपने किसी भी यूनिवर्सिटी से स्नातक स्तर की पढ़ाई (Graduation) की पढ़ाई पूरी की हुई होनी जरुरी हैं।
3. Nationality (राष्ट्रीयता)
DM बनने के लिए आपका भारतीय नागरिक होना जरुरी हैं। अगर आपको भारतीय नागरिकता प्राप्त नहीं हैं तो आप DM का पद प्राप्त नहीं कर सकते हैं।
DM की सैलेरी (Salary of DM in Hindi)
DM का किसी भी जिले में सबसे अधिक वरिष्ठ अधिकारी होने के कारण इनकी सैलरी 75000 से 150000 तक होती हैं। और इनको कई सारी सुविधाएँ जैसे- बंगला, गाड़ी तथा सुरक्षा गार्ड आदि सुरक्षा सरकार द्वारा Free में दी जारी हैं।
Conclusion
आज के इस पोस्ट में हमने DM के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारियां, जैसे DM क्या हैं?, DM का Full Form क्या होता हैं? (DM Full Form in Hindi), DM कैसे बने और DM बनने के लिए क्या योग्यताएँ होनी चाहिए आदि के बारे में विस्तार से जाना।
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