दोस्तों क्या आपको पता है आज आप जो स्कूल और कॉलेज में एग्जाम देते है उसकी शुरुआत कैसे हुई? अगर नहीं तो आज किस इस पोस्ट में हम जानेंगे की Exam का आविष्कार किसने किया और कब और कैसे हुआ आदि से सम्बंधित पूरी जानकारी।
एग्जाम बहुत से छात्रों के लिए अच्छा है तो बहुत से छात्रों के लिए यह एक बहुत बड़ी समस्या भी। बहुत से छात्र इस बात से परेशान रहते है की आखिर यह एग्जाम क्यों होते है और आख़िरकार इनकी शुरुआत किसने की होगी?
तो आपके अंदर भी ऐसी ही कुछ जिज्ञासा है और आप भी एग्जाम के खोजकर्ता को जानना चाहते है तो आप बिलकुल सही पोस्ट पर आये है।
क्योकि इस पोस्ट में आपको एग्जाम या परीक्षा के आविष्कारक की पूरी जानकरी मिलने वाली है इसलिए इस पोस्ट को अंत तक ध्यानपूर्वक पूरा जरूर पढ़े।
विषयसूची
Exam क्या होता है (What is Exam in Hindi)
एग्जाम या परीक्षा एक शैक्षिक मूल्यांकन प्रणाली है। परीक्षा का मुख्य उद्देश्य किसी भी परीक्षार्थी के ज्ञान, कौशल, योग्यता आदि को मापना होता है।
किसी भी छात्र की परीक्षा के द्वारा उसके द्वारा पुरे साल में किये गए अध्ययन का मूल्यांकन किया जाता है, इसके अलावा अगर आप किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में हिस्सा लेते है तो उसके द्वारा आपकी योग्यता को जाँचा जाता है की आप उस पद के लिए कितने योग्य है।
अलग अलग क्षेत्र में या अलग अलग जगह पर परीक्षा की अलग अलग प्रणाली इस्तेमाल की जाती है जैसे बहुत सी जगह लिखित परीक्षा होती है तो बहुत सी जगह मौखिक परीक्षा।
लेकिन हर परीक्षा का उद्देश्य केवल आपकी योग्यता, ज्ञान, कौशल आदि को मापना आदि ही होता है। चलिए अब जानते है एग्जाम की खोज किसने की? और एग्जाम की खोज कब हुई थी?
Exam का आविष्कार किसने किया (Who Invented Exam)
अब अगर बात करे एग्जाम के खोजकर्ता की तो इसमें अलग-अलग स्त्रोतों से अलग अलग नाम सामने आते है, कई स्त्रोतों में बताया गया है की सर हेनरी फिशेल (Sir Henry Fischel) पहले व्यक्ति थे जिन्होंने 19वीं शताब्दी में परीक्षा का आविष्कार किया था।
Henry A. Fischel का जन्म 20 नवम्बर 1913 को हुआ था और यह Indiana University में एक प्रोफेसर के पद पर कार्यरत थे। कई स्त्रोतों में बताया गया है की यह पहले व्यक्ति थे जिन्होंने Exam की खोज की थी।
इन्होने अमेरिका और कई अन्य स्थानों पर भी एग्जाम के विषय से सम्बंधित चर्चा की और इसके बारे में बताया, इनका मानना था की किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले उसके बारे में जाँच होना आवश्यक है।
उनका मानना था की छात्र पूरा साल पढ़ते है और अगली कक्षा में पहुँच जाते है लेकिन बिना एग्जाम के यह पता नहीं चलता है की किस छात्र में कितनी योग्यता है और किसने कितनी मेहनत की है।
चीन से हुई थी एग्जाम की शुरुआत
बहुत से स्त्रोतों से यह भी जानने को मिलता है की चीन में बहुत समय पहले से ही एग्जाम की खोज हो चुकी थी। 605 AD में सुई राजवंश द्वारा स्थापित शाही समीक्षा का उद्देश्य था सरकारी पदों के लिए सही उम्मीदवार का चयन करना।
उस समय एग्जाम की व्यवस्था लोगो को जन्म के बजाय उनकी योग्यता के अनुसार चयन करने के लिए लागू की गयी थी इससे केवल योग्य व्यक्ति ही सुई राजवंश के राजा के दरबार में कार्यरत हो सकता था हालाँकि 1300 साल बाद सन 1905 में किंग राजवंश द्वारा इस व्यवस्था को बंद कर दिया गया।
वर्तमान समय में परीक्षा क्यों आवश्यक है
वर्तमान समय में परीक्षा क्यों जरुरी है आइये जानते है कुछ बिंदुओं के माध्यम से।
- परीक्षा से किसी भी व्यक्ति की बुद्विमता और योग्यता की जानकारी मिलती है।
- परीक्षा से किसी भी व्यक्ति का मूल्यांकन किया जा सकता है की उसने कितनी मेहनत की है।
- परीक्षा के माध्यम से ही पता चलता है की कोई भी छात्र अगली कक्षा में जाने के लिए कितना योग्य है।
- एग्जाम की मदद से ही किसी भी पद के लिए योग्य उम्मीदवार का चयन किया जा सकता है।
- एग्जाम की मदद से ही हमे पता चलता है की हमने कितनी मेहनत की है और कितनी मेहनत करने की और जरूरत है।
- परीक्षा से ही किसी भी व्यक्ति के योग्यता और इंटेलीजेंस की जांच की जा सकती है।
इस प्रकार परीक्षा का होना कई मायनो में बहुत महत्वपूर्ण है लेकिन बहुत से छात्रों के मन में परीक्षा के प्रति नकारात्मक भावना भी है और उसका सबसे बड़ा कारण गलत परीक्षा प्रणाली है।
परीक्षा के बारे में छात्रों की क्या राय है
बहुत से छात्र परीक्षा से खुश नहीं है और इसी कारण उन्हें लगता है की आखिर परीक्षा की शुरुआत क्यों की गयी और जैसा की हमने ऊपर बात की इसका मुख्य कारण गलत परीक्षा प्रणाली से है।
क्योकि बहुत से माता पिता या परिवार वाले छात्रों की योग्यता को केवल उनके रिजल्ट में प्राप्त नंबर से ही आंकते है। वह चाहते है की छात्र के सभी विषय में अच्छे नंबर आने चाहिए लेकिन ऐसा संभव नहीं है क्योकि अलग अलग छात्रों की रूचि अलग अलग विषय में होती है और ऐसे में उनके सभी विषय में समान नंबर नहीं आ पाते है।
हालाँकि परीक्षा की शुरुआत केवल किसी भी छात्र के मुल्यांकन के लिए ही की गयी थी लेकिन आज हर छोटे बड़े काम में आपको परीक्षा का सामना करना पड़ता है।
FAQs
Exam का आविष्कार कब हुआ और किसने किया?
एग्जाम का आविष्कार 19वी शताब्दी के उत्तरार्ध में सर हेनरी फिशेल ने किया था।
एग्जाम की शुरुआत करने का मुख्य उद्देश्य क्या था?
परीक्षा की शुरुआत करने का मुख्य उद्देश्य किसी भी व्यक्ति की योग्यता या बुद्विमता की जाँच करना था।
उम्मीद करते है आपको हमारी यह पोस्ट Exam का आविष्कार किसने किया जरूर पसंद आयी होगी और अब आपको एग्जाम के आविष्कारक की जानकारी भी मिल गयी होगी।
अगर आपको हमारी इस पोस्ट से सम्बंधित कोई भी Doubts है तो हमे कमेंट करके जरूर बताये और जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें।
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