अगर आप एक Student है या कुछ सामान्य जानकारी जानने में रूचि रखते है, तो आज की ये पोस्ट ग्लोबल वार्मिंग क्या हैं What is Global Warming in hindi आपके लिए काफी Helpful होने वाली है।
क्योंकि अधिकतर लोगो का सवाल होता है की Global Warming क्या है?, और ग्लोबल वार्मिंग के कारण क्या होते है? और
Global Warming के लिए कौन-कौन सी गैस जिम्मेदार होती है? और इसके लिए गूगल पर सर्च करते है। लेकिन उन्हें सही जानकारी नहीं मिल पाती है।
तो आज की पोस्ट What is Global Warming in hindi में आपको गलोबल वार्मिंग से जुड़ी सारी सामान्य जानकारी मिलने वाली है। तो पोस्ट को पूरा अंत तक जरूर पढ़े।
विषयसूची
ग्लोबल वार्मिंग क्या है? (What is Global Warming in Hindi)
हमारे सौर मण्डल में कई ग्रह या तो ज्यादा गर्म या ज्यादा ठण्डे होते है। लेकिन पृथ्वी का वातावरण मध्यम होता है। इसलिए यहाँ सजीव जीवन संभव है। लेकिन
कुछ सालो से पृथ्वी का तापमान अस्थिर हो रहा है। अर्थात पृथ्वी का औसत तापमान बढ़ रहा है। और इसे हम ग्लोबल वार्मिंग कहते है।
पृथ्वी के औसत तापमान (14 से 15 ०c.) में वृद्धि को ही Global Warming या हरित ग्रह प्रभाव कहते है। पृथ्वी के औसत तापमान में निरंतर वृद्धि होती जा रही है। यह सजीव जीवन के लिए एक बुरा संकेत है।
सूर्य से आने वाली अल्ट्रा वॉइलेट किरणे पृथ्वी पर आ तो जाती है लेकिन कुछ हरित ग्रह गैसों ने वायुमंडल में एक ऐसी परत बना ली है जिसके कारण पृथ्वी की हिट अंतरिक्ष में नहीं जा पाती है। जिससे पृथ्वी का तापमान निरंतर बढ़ रहा है।
ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव
दोस्तों अभी तक आपको ग्लोबल वार्मिंग की परिभाषा या ग्लोबल वार्मिंग क्या है? (What is Global Warming in Hindi) ये तो आपको समझ में आ गया होगा। अब हम ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव के बारे में जान लेते है।
1.जीव जन्तुओ पर-जीव जंतु जो अधिक ताप को सहन नहीं कर सकते, वे वातावरण का तापमान बढ़ने से मरने लगेंगे। अनावृष्टि के कारण प्राकृतिक चरागाहों पर निर्भर जंतु चरागाहों के नष्ट होने से मरने लगेंगे।
2.मानव जीवन पर- पृथ्वी पर तेजी से तापमान बढ़ेगा, जिससे उच्च एवं मध्य अक्षांशो में रहने वाले लोगो के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। समुद्री तुफानो में वृद्धि होगी इसके साथ ही बाढ़, भुखमरी, अकाल आदि समस्याओं का भारी मात्रा में सामना करना पड़ेगा।
3.समुद्री जल स्तर पर- लगातार बढ़ते प्रदुषण के कारण वातावरण का ताप भी तेजी से बढ़ेगा, इससे ध्रुवो से बर्फ पिघलकर समुद्रों में आकर मिलने लगेगी। इस कारण से समुद्री जल स्तर वर्तमान की तुलना में बढ़ेगा।
4.कृषि भूमि पर- पृथ्वी का ताप बढ़ने से कृषि भूमि की उर्वरता में कमी आएगी। ध्रुवों से बर्फ पिघलकर कर कृषि भूमि पर आएगी। इसमें ज़हरीले लवणों के घुलने के कारण उपजाऊ भूमि बंजर बन जाएगी।
5.हिमनदों पर- वातावरण के तापमान में वृद्धि होने के कारण बर्फ के पिघलने की दर बढ़ती जा रही है। जिससे हिमालय के सारे हिमनद हिम झीलों में परिवर्तित होते जा रहे है। इससे आने वाले समय में विकराल बाढ़ की स्तिथियाँ बनेगी।
6.एलनीनो प्रभाव- यह एक जलवायु चक्र होता है। सम्पूर्ण विश्व का तापमान बढ़ने से वायु दाब घट जाता है। इसके कारण प्रशांत महासागर के पेरू तट पर तापमान में वृद्धि होने के कारण पानी में उफान आ जाता है। इसके कारण बाढ़ जैसी भारी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
7.अन्य प्रभाव- वातावरण के तापमान में वृद्धि होने के कारण जलवायु में परिवर्तन, और इससे तूफान अतिवृष्टि,आकस्मिक घटनाएं आदि होगी जिससे, मनुष्य जीव या मनुष्यो के स्वास्थ्य, आवास, परिवहन और ऊर्जा-स्रोतों पर पड़ेगा।
ग्लोबल वार्मिंग के प्रमुख कारण
अब हम ग्लोबल वार्मिंग के कारण क्या होते है? (Global Warming Cause in hindi) इनके बारे में जानेंगे।
ग्रीन हाउस गैसे
जलवायु के गर्म होने का सबसे बड़ा कारण ग्रीन हाउस गैसे होती है। ग्रीन हाउस जैसे मनुष्य द्वारा कोयला, तेल, बिजली का तथा दैनिक जीवन को सुखद बनाने के लिए फ्रीज, एयर कंडीशनर जैसे चीजों के उपयोग से क्लोरो फ्लोरो कार्बन का उत्पादन होता है। जो एक विषैली गैस है।
उर्वरक
बढ़ती जनसँख्या के कारण ज्यादा अन्न के पैदावार के लिए अत्यधिक कार्बनिक खाद या उर्वरको का उपयोग किया जा रहा है। जो वायुमंडल में कार्बनडाई ऑक्साइड की मात्रा को बढ़ाते है। जो की एक ग्रीन हाउस गैस है।
औद्योगीकरण
बढ़ते औद्योगिकरण के कारण कई सारी फ़ैक्टरियो से धुआँ और अपशिष्ट प्रदार्थ जैसे पॉलीथिन आदि वातावरण में खुले छोड़ दिए जाते है। जो हमारे लिए बहुत ही हानिकारक है।
वनो की कटाई
बढ़ती जनसँख्या के आवास एवं कृषि भूमि के लिए वनो की अंधाधुंध कटाई की जा रही है। इससे भारी मात्रा में विषैली गैसें निकलती है। जिससे ग्रीन हाउस गैसों में वृद्धि होती है। और अनिमियत बारिश, बाढ़ जैसी समस्याओ का सामना करना पड़ेगा।
ग्लोबल वार्मिंग को रोकने के उपाय
अब कुछ स्टूडेंट्स का सवाल रहता है की ग्लोबल वार्मिंग को कैसे रोक सकते है How To Stop Global Warming या फिर How To Reduce Global Warming in Hindi तो अब हम इसके बारे यहाँ कुछ उपाय बता रहें इनका पालन करके हम ग्लोबल वार्मिंग को रोक सकते हैं।
ड्राइविंग कम से कम करे
वायु प्रदुषण एक प्रमुख ऐसा कारण है, जिससे ग्रीन हाउस गैसे बढ़ती है। इसलिए निजी वाहन का उपयोग जितना हो कम करे। जब तक संभव हो सार्वजानिक वाहनों का उपयोग करे। इससे वाहनों के धुएं से होने वाले प्रदुषण में कमी आएगी। और जब तक संभव हो वाहनों में एयर कंडीशनर का कम से कम प्रयोग करे।
वृक्षारोपण
वृक्षारोपण ग्लोबल वार्मिंग को कम करने का एक अच्छा उपाय है। वृक्ष अपनी स्वसन क्रिया में कार्बन डाइऑक्सिड को ग्रहण करते है। इसलिए वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड का संतुलन बनाये रखने का यह अनोखा उपाय है। इसीलिए वनो की कटाई नहीं करनी चाहिए। जिससे भविष्य में आने वाले संकट से बच सके।
विधुत उपकरणों का कम से कम उपयोग करे
घर में विधुत उपकरणों जैसे- टीवी, फ्रीज, कंप्यूटर, एयर कंडीशनर का कम से कम उपयोग करे। जिससे काफी ज्यादा मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा को कम कर सकते है।
LED बल्ब का उपयोग करे
अपने घरो में सामान्य बल्बों की तुलना में Led बल्बों का उपयोग करे। एक 60 वाट के बल्ब की जगह 10 वाट के एलईडी बल्ब का उपयोग करे। जो लम्बे समय के लिए भी फायदेमंद है। इसके साथ ही 60 वाट के बल्ब की तुलना में या 80 प्रतिशत बिजली की खपत कम करता है।
दूसरों को सुझाव दे
हां या सबसे अच्छा तरीका है, आपके पास ग्लोबल वार्मिंग को रोकने के जो भी उपाय है। वो अपने दोस्तों, परिवार और पड़ोसियों के साथ जरूर शेयर करे। उन्हें पर्यावण के लिए योगदान देने के लिए उत्साहित करे। जैसे- वृक्षारोपण, जल का बचाव, बिजली का बचाव आदि। जो हमारी आने वाली पीढ़ी के लिए काफी फायदेमंद होने वाली है।
ग्रीन हाउस गैसें उत्पादक देश
अब हम उन देशो के बारे में जानेंगे जिनके द्वारा सबसे ज्यादा ग्रीन हाउस गैसों का उत्पादन किया जाता है? इसके साथ ही यह भी जानेंगे की इस लिस्ट में भारत कौनसे नंबर पर है?
अब हम यहां टॉप 10 देशों के बारे में बताएँगे जिनके द्वारा सबसे ज्यादा ग्रीन हाउस गैसों का उत्पादन किया जाता है।
देश | प्रतिशत |
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चीन | 30 |
सयुंक्त राज्य अमेरिका | 15 |
भारत | 7 |
रसिया | 5 |
जापान | 4 |
जर्मनी | 3.4 |
दक्षिण कोरिया | 2.9 |
ईरान | 2.2 |
कनाड़ा | 1.5 |
सऊदी अरब | 1 |
चीन एक मात्र ऐसा देश है। जो दुनिया में सबसे ज्यादा ग्रीन हाउस गैसों का उत्पादन करता है। इस लिस्ट में भारत तीसरे नंबर पर है। जो दुनिया का 7 प्रतिशत ग्रीन हाउस गैसों का उत्पादन करता है।
ग्लोबल वार्मिंग से जुड़े कुछ सवाल
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ग्लोबल वार्मिंग कैसे होता है?
ग्लोबल वार्मिंग मुख्यतः ग्रीन हाउस गैसों के कारण होता है।
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पृथ्वी पर ग्लोबल वार्मिंग का क्या प्रभाव पड़ता है?
पृथ्वी पर बाढ़, सूखा, अनिश्चित बारिश और भुखमरी औरमनुष्य स्वास्थ्य पर भारी असर पड़ेगा।
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ग्लोबल वार्मिंग के लिए कौन सी गैस उत्तरदायी है?
कार्बन डाई आक्साइड, नाइट्रस आक्साइड, मीथेन, क्लोरो-फ्लोरो कार्बन।
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सबसे अधिक हानिकारक ग्लोबल वार्मिंग गैस कौनसी है?
कार्बन डाई आक्साइड।
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ग्रीनहाउस गैस का सबसे बड़ा उत्पादक देश कौन है?
चीन (China)
Conclusion
दोस्तों मुझे पूरी उम्मीद है की What is Global Warming in Hindi आपको समझ में आ गया होगा। और मैंने इसके रोकथाम के उपाय भी बताये है, जिनका पालन करके हम अपने आने वाले भविष्य की परेशानियों को कम कर सकते है।
दोस्तों आज की युवा पीढ़ी को अपने भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए ऊपर बताये उपायों को अपने जीवन का हिस्सा बना लेना चाहिए जिससे हमारी आने वाली पीढ़ी का जीवन आसान हो जाये।
इसके साथ ही आशा करता हूँ की आपके सारे सवालो ग्लोबल वार्मिंग क्या है? (What is Global Warming in Hindi), Global Warming Meaning in hindi, how to save global warming in hindi आदि का जवाब मिल चूका होगा।
अगर फिर भी आपके मन में कोई सवाल या Doubt है। तो आप हमे कमेंट करके जरूर बताये। और पोस्ट पसंद आयी हो तो इस जानकारी को अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करे।
global warming के बारे में आपने अच्छा आर्टिकल लिखा है जिसमे सभी जानकारी सही दी है है मुझे आपका आर्टिकल पढ़कर बहुत अच्छा लगा इसी तरह की जानकारी देते रहिए
Thank you sir
Welcome
Very nice information
Thanks
Thank you sir
Thanks